
अंबेडकर नगर
जिलाधिकारी के निरीक्षण के ठीक अगले दिन जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी मिलीं। मरीज ठंड से ठिठुरते नजर आए। जिन वार्डों में मरीजों की संख्या ज्यादा है, वहां रूम हीटर नहीं लगे मिले।
वार्ड नंबर तीन में 30 बेड हैं, लेकिन वहां सिर्फ एक रूम हीटर चल रहा था। डीएम के आदेश के बावजूद अस्पताल प्रशासन ने ठंड से बचाव के उचित इंतजाम नहीं किए, इसको लेकर मरीजों में रोष दिखा।
जिला अस्पताल में ठंड से बचाव के इंतजाम नाकाफी होने की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी अविनाश सिंह रविवार को औचक निरीक्षण करने पहुंच गए थे। हालांकि, ये बात अस्पताल प्रशासन को पहले ही पता चल गई थी। आननफानन सभी वार्डों में हीटर लगा दिए गए थे। औचक निरीक्षण के दौरान मरीजों को एक-एक कंबल दिए जाने की बात पता चलने पर डीएम ने अस्पताल स्टाफ को कड़ी फटकार लगाई थी। उनके निर्देश पर बिना पूर्व सूचना लखनऊ गए सीएमएस डॉ. ओम प्रकाश से स्पष्टीकरण भी मांगा गया। सोमवार को जब वार्डों की पड़ताल की गई तो फिर व्यवस्था पुराने ढर्रे पर चलती मिली। वार्ड नंबर एक में मरीजों के लिए रूम हीटर नहीं था। वार्ड नंबर दो में एक ही रूम हीटर था, जो स्टाफ रूम में लगा था। वार्ड नंबर तीन में 30 बेड के सापेक्ष सिर्फ एक हीटर चलता मिला। वार्ड नंबर चार में मरीजों की संख्या ठीकठाक थी। इस वार्ड में एक रूम हीटर तो लगा मिला, लेकिन वो भी बंद था। इस सर्दी के मौसम में जहां हर काई परेशान है और ठंड से बचने के लिए प्रबंध कर रहा है, वहीं अस्पताल में बीमार लोग ठंड से ठिठुरने नजर आए।
अस्पताल की कहानी, तीमारदारों की जुबानी
अकबरपुर के रहने वाले अंकित ने बताया कि उनके रिश्तेदार तीन दिनों से वार्ड एक में भर्ती हैं। इस वार्ड में कोई हीटर नहीं लगाया गया है। अधिकारियों के आने पर व्यवस्थाओं को तो दुरुस्त कर दिया जाता है। रविवार को जब डीएम का दौरा था तो हीटर लगाए गए थे। लेकिन अब फिर वही हाल है। टांडा के बबलू ने बताया कि वह साले की पत्नी का इलाज कराने आए हैं। वार्ड में ठंड से बचाव को लेकर कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं। कोठीभार के रहने वाले चिंतामणि की पत्नी वार्ड दो में भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि यहां पर न तो हीटर है और न ही अतिरिक्त कंबल दिए गए हैं।
सभी वार्डों में एक-एक हीटर लगवाया गया है। सभी हीटर चल रहे हैं। किसी वार्ड में अगर बंद हैं तो उसको चलवाया जाएगा। ठंड से मरीजों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। -डॉ. ओमप्रकाश, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक
जिला अस्पताल के वार्ड में भर्ती मरीजों को घर से लाना पड़ रहा कंबल।